आस्मां में घुम घुमा कर आ गई हैं बदलियां
जल-तरंगों को बजाती छा गई हैं बदलियां
जल-तरंगों को बजाती छा गई हैं बदलियां
नाज़ और अन्दाज़ इनके झूमने के क्या कहें
कभी इतराई कभी बल खा गई हैं बदलियां
कभी इतराई कभी बल खा गई हैं बदलियां
पेड़ों पे पिंगें चढ़ी हैं प्यार की मनुहार की
हर किशोरी के हृदय को भा गई हैं बदलियां
हर किशोरी के हृदय को भा गई हैं बदलियां
साथ उठी थी सभी मिलकर हवा के संग संग
राम जाने किस तरह टकरा गई हैं बदलियां
राम जाने किस तरह टकरा गई हैं बदलियां
इक नज़ारा है नदी का जिस तरफ़ ही देखिए
पानियों को किस तरह बरसा रही हैं बदलियां
पानियों को किस तरह बरसा रही हैं बदलियां
भीगते हैं बारिशों के पानियों में झूम कर
बाल-गोपालों को यूं हर्षा गई हैं बदलियां
उठ रही हैं हर तरफ़ से सौंधी सौंधी ख़ुशबुएं
बस्तियां जंगल सभी महका गई हैं बदलियां
बस्तियां जंगल सभी महका गई हैं बदलियां
याद आएगा बरसना इनका देर तक
गीत रिमझिम के रसीले गा गई हैं बदलियां
गीत रिमझिम के रसीले गा गई हैं बदलियां
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