Friday, February 4, 2011

एक मुलाकात बेरोजगारी बहन से






राह चलते एक दिन मिल गई हमे बेरोज़गारी बहन
सामने आते ही उनसे मिले हमारे ये दो नयन

नयन मिले तो बात करनी ही पड़ी
हमने पूछा, कैसी हो बड़ी बी?


हमारी बातें सुनकर पहले तो वो शरमाई
थोडा सा इठलाते हुए फिर हमसे फरमाई

क्या बताये बेगम तुम्हें अब अपने दिल का हाल
फैल चूका है चारों तरफ मेरा ही माया जाल

गली गली में होने लगे अब तो मेरे ही चर्चे हैं
रोज ही देखो छपने लगे मेरे नाम के पर्चे हैं

साथ दे रही है आज की शिक्षा और सरकार
मिल रहा है दोनों से ही मुझे ढेर सा प्यार

बन गई हूँ अब तो मैं हर युवा के दिल की धड़कन
फिर भी छुड़ाना चाहते हैं सब मुझसे अपना दामन

कहे देती हूँ……..इतनी जल्दी मैं उनका साथ नहीं छोडूंगी
अभी-अभी तो पकड़ा है…………… ये हाथ नहीं छोडूंगी

इतनी जल्दी साथ नहीं छोडूंगी…….

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